Election Commission: चुनाव आयोग किसके लिए काम कर……..
Election Commission: भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र है जहां पर हर किसी को अपने नेता को चुनने पूरा अधिकार है। इस बीच चुनाव आयोग देश की जनता के फैसलों को जनता के सामने ईमानदारी से पेश कर देते थे।
लेकिन कुछ समय से देश का चुनाव आयोग अपनी कुछ गलतियों की वजह से काफी चर्चा में है। क्योंकि चुनाव आयोग की छवि कुछ बिगड़ सी गई है।
ऐसे में अब अपनी खराब छवि के चलते खुद को सुधारने का काम करेगी। क्योंकि काफी समय से देश की राजनीतिक पार्टियों के नेता चुनाव आयोग पर ये आरोप लगा रहे है।
चुनाव आयोग केवल बीजेपी को जीताने का काम कर रही है। और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रही है।
हालांकि ये आरोप गलत नही है। क्योंकि जिस प्रकार से बंगाल में भाजपा विधायक की गाड़ी में ईवीएम मिली उससे लोगों और नेताओं का विश्वास चुनाव आयोग पर से उठ गया है।
Election Commission किसके लिए काम कर रहा है।
काफी समय से देश में चुनाव आयोग को लेकर काफी चर्चा हो रही है। ऐसा क्यों? कुछ समय से देश में स्वतंत्र रूप से काम करने वाला विभाग अब किसी राजनीतिक दल के लिए काम कर रहा है।
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ये आरोप विपक्षी पार्टियों द्वारा लगाया गया है। क्योंकि विपक्ष का मानना है की चुनाव आयोग अपने काम काज को लेकर केंद्र सरकार के किसी मंत्रालय के रूप में कार्य कर रहा है।
इसका एक उदाहरण ये भी है की कुछ समय पहले पीएम मोदी ने एक देश और एक चुनाव का नारा दिया था जिसका मतलब था की पंचायत चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव सभी एक साथ होगें।
और इस पर चुनाव ने बिना कुछ सोचे समझे हामी भर ली थी।
हजारों का हो रहा शिलान्यास
देश में किसी भी पार्टी की सरकार अपनी जनता को राहत देने का काम करे तो उसे मुफ्त रेवड़ी कहा जाता है। और Election Commission भी इमानदारी से सवाल खड़े कर रहा है।
इसका मानना है देश में वित्तीय स्थिति का संकट आ सकता है। ऐसे में क्या चुनाव आयोग को गुजरात और हिमाचल के विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले हजारों करोड़ के शिलान्यास समारोह नहीं, नज़र आ रहा है। चुनाव आयोग को सर्वप्रथम इसी मुद्दे पर चर्चा करते हुए एक्शन लेना चाहिए।