आपका नए साल का दिन ऑमनिक्रोन खा जायेगा
नए साल(New year) को लेकर पूरे देश के लोग सोच रहे हैं की उनका नए साल का दिन बर्बाद न हो जाए , बहुत से लोग 25 दिसम्बर यानि क्रिसमस को लेकर भी परेशान थे तो हम आप सब को यही बताने आए हैं की आप कितनी मस्ती कर सकते हैं कितने लोगों के साथ पार्टी कर सकते हैं क्या गाइड लाइन होगी नए साल सबसे पहले दिल्ली सरकार के नियम जान लीजिए , यदि आप दिल्ली में रहते हैं तो किन किन बातों को ध्यान रखना होगा
कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने बुधवार को न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर रोक लगा दी है। बार और सिनेमाघर भी 50% कैपेसिटी के साथ ही खुलेंगे। इसके अलावा भीड़ के इकट्ठा होने और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन पर भी रोक लगा दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने नए आदेश जारी कर दिए हैं। दिल्ली पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि आदेशों का सख्ती से पालन कराया जाए। और दूसरे राज्यों की बात करें तो अभी तक किसी दूसरे राज्य ने नए साल को लेकर कोई नए नियम नहीं बताए गए हैं लगता है , की अन्य राज्यों को ओमनिक्रोंन की शुद नहीं है
News एजेंसी के अनुसार
देश में ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले 1000 के पार हो गए हैं। मंगलवार शाम तक यह संख्या 1116 हो गई है। सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में दिल्ली और महाराष्ट्र शामिल हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 360 नए केस मिले हैं। राज्य में अब तक इस वैरिएंट से संक्रमित कुल 165 मरीज हो चुके हैं। दिल्ली में इसके 1313 केस हैं। खतरे की बात यह है कि देश में पहले 1000 मामले 15 दिन में मिले थे, लेकिन 500 से 1000 मामले होने में सिर्फ 5 दिन का समय लगा।
जम्मू में भी ओमिक्रॉन के तीन संक्रमित मिले हैं। इनके सैंपल 30 नवंबर को लिए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने उनके ओमिक्रॉन संक्रमित होने की पुष्टि की हे। तीनों लोग जहां रहते हैं, उस पूरे मोहल्ले के लोगों की RTPCR जांच के आदेश दिए गए हैं।
नीति आयोग ने चेतावनी क्यों दी है :
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बुधवार को कहा कि कोरोना के बढ़ते हुए मामलों में हो रहे किसी भी बदलाव को हम बहुत सावधानी से देख रहे हैं। कोरोना हमेशा शुरुआती स्टेज में हल्के लक्षणों के साथ आता है। उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज पर कोई भी फैसला साइंटिफिक रिसर्च के बाद लिया जाएगा। हेल्थ मिनिस्टर भी संसद में यह बात दोहरा चुके हैं।
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वहीं AIIMS के डॉयरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ओमिक्रॉन ज्यादा संक्रामक है। अब तक मिले डेटा के मुताबिक ओमिक्रॉन में हल्की बीमारी के ही लक्षण दिख रहे हैं। इसमें गंभीर बीमारी के लक्षण अभी नहीं देखे जा रहे हैं। हमें इसके बारे में और डेटा चाहिए। जैसे-जैसे मामले बढ़ेंगे, हमें इसके लक्षणों के बारे में और जानकारी मिलेगी। वैक्सीन की डोज लगवाना और कोविड नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई हैं उन्हें जल्द ही डोज लगवा लेनी चाहिए।
WHO ने क्या चेतावनी दी है :
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों की वजह से कई देशों में प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। यह वैरिएंट 1000 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के चीफ टेड रोस ने मंगलवार को कहा कि दुनिया भर की सरकारों को महामारी को खत्म करने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2022 ऐसा साल होना चाहिए जिसमें हम महामारी को खत्म करें। हर देश की 70% आबादी को अगले साल जुलाई तक वैक्सीन लगा दी जाए तो महामारी को खत्म किया जा सकता है।