एकनाथ शिंदे और शिवसेना की सियासी लड़ाई अब पहुची बाप तक ।
मुंबई। शिवसेना में चल रही लड़ाई अब ‘बाप’ तक पहुंच गई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने पार्टी के बागी विधायकों के लिए कहा है कि जो लोग छोड़कर गए हैं वे अपने बाप के नाम पर वोट मांगे। वे हमारे बाप, शिवसेना के बाप, बालासाहेब ठाकरे के नाम पर वोट नहीं मांगे।
अगर उनमें हिम्मत है तो अपने बाप के नाम पर वोट मांगे। महाराष्ट्र के सियासी घमासान में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट अब आर-पार के मूड में दिख रहे हैं। मुंबई में शिवसेना की मीटिंग के बाद संजय राउत ने कहा कि बालासाहब नहीं, अपने बाप के नाम पर वोट मांगें। वहीं शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि असली शिवसेना अब उन्हीं लोगों के पास है।
बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल करने वाले पर होगी कार्रवाई:संजय राउत
संजय राउत ने कहा कि हम उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे, जिन्होंने अपनी स्वार्थ की राजनीति के लिए बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल किया है। जो चले गए हैं वे हमारे पितामह के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकते। पार्टी से गद्दारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सीएम ठाकरे के पास बागी लोगों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार है। हमने 6 प्रस्ताव पारित किए हैं और तय किया है कि शिवसेना बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा का पालन करेगी और संयुक्त महाराष्ट्र की विचारधारा से समझौता नहीं करेगी। सीएम उद्धव ठाकरे ने जो काम किया है वह काबिले तारीफ है। हम सब उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।
बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
दरअसल, शिवसेना के बागी विधायकों द्वारा अपने गुट के नाम के साथ बालासाहेब ठाकरे का नाम जोड़ने पर उद्धव ठाकरे के गुट ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद संजय राउत ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे के नाम का अगर किसी ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल किया तो हमें यह मंजूर नहीं होगा। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि किसी को बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
शिवसेना ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र
गौरतलब है कि शिवसेना ने बालासाहेब ठाकरे के नाम के दुरुपयोग को लेकर चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। शिवसेना के 38 बागी विधायक एकनाथ शिंदे अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा कर सकते हैं और उनकी पार्टी का नाम शिवसेना (बाला साहेब) हो सकता है। यह सूचना मिलने के बाद उद्धव ठाकरे गुट ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा।