Lok sabha Election: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के सामने आई बड़ी चुनौती जानिए सत्य…
Lok sabha Election: देश केंद्र सरकार को अब तक साढ़े आठ साल हो चुके हैं यानी अब लोकसभा चुनाव में डेढ़ साल बचे हुए हैं।
जिसके लिए अब पक्ष और विपक्ष दोनों ही एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं चुनाव में जीतने के लिए फिर चाहे वो सीएम नितीश कुमार हो या अखिलेश यादव या कांग्रेस नेता राहुल गांधी सभी अपनी पूरी तैयारी कर केंद्र से बीजेपी को हराने का प्रयास कर रहे हैं।
ऐसी स्थिति को देख कर बीजेपी ने अपनी कमर कसते हुए अपनी तैयारियां भी पूरी कर ली है। और जनता के बीच जा कर प्रचार कर रहे हैं।
क्योंकि इस बार बीजेपी के लिए बहुत सी मुश्किलें सामने खड़ी हुई है। इसी बीच बिहार सहित कई अन्य राज्य भी बीजेपी को सत्ता के हटाने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
बीजेपी के लिए खतरा बनेगी बेरोज़गारी और महंगाई
जिस प्रकार से आज देश में इस समय महंगाई और बेरोज़गारी का स्तर निरंतर बढ़ रहा है। उससे आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।
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क्योंकि बीजेपी को सत्ता में आए हुए अब तक साढ़े आठ साल पूर्ण हो चुके हैं लेकिन 2 करोड़ नौकरी देने का वादा पूरा नही किया जिसके चलते युवाओं और महिलाओं में गुस्सा भरा हुआ है।
अगर बात करें महंगाई की तो आज देश के हर नागरिक की रोटी पर सरकार का हिस्सा है। आज देश में खाने पीने की चीजों पर GST देना पढ़ रहा है।
जिसके कारण देश की जनता बहुत परेशान है। और बीजेपी को Lok sabha Election 2024 में जनता की इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
Lok sabha Election में जुटे पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह
अब Lok sabha Election 2024 में बहुत कम समय रह गया हैं इसी बीच केंद्र सरकार के सभी छोटे बड़े नेता और मंत्री अपनी पूरी तैयारी के साथ चुनाव का प्रचार करने कि तैयारी में लग गए हैं।
ताकि जनता के बीच अपना प्रचार कर पार्टी को मजबूती प्रदान कर सके। कुछ समय के बाद पीएम मोदी अपने सहयोगी नेताओं के साथ जुड़ कर रोड मार्च करेंगे जिसमे उनके साथ ग्रह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित रहेंगे।
वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा देश के अन्य राज्यों के बीच जाकर पार्टी कार्यकर्ताओ को जोड़ने और पार्टी के लिए कार्य करने की बात करेंगे।
हालांकि अभी से ही ये सभी काम शुरू हो चुके हैं यानी चुनाव प्रचार की तैयारियां शुरू कर दी गई है। जिसमे विकास और कार्य का एजेंडा एक मात्र नारा होगा।