Satya hindi: ओवैसी बोले देश के मुसलमानो ने कुर्बानियां दी हैं भारत पर उनका है पूरा हक़!
Satya hindi: भारत एक आजाद देश है जहां सभी लोगों को साथ मिलकर आजादी से रहने की आजादी है। सभी को कुछ भी पहनने की आजादी है। सभी को सब कुछ खाने की आजादी है। सभी को कुछ बोलने की आजादी है।
सभी को सभी धर्म मानने और अपनाने की आजादी है। क्योंकि भारत को सम्पूर्ण रूप से आजादी दिलाने में सभी धर्म के लोगों ने अपना योगदान दिया था।
जिसमे मुस्लिम समाज के लोगों ने भी अपना भरपूर जोर लगाया था। लेकिन आज के समय में हैदराबाद में संसद ओवैसी का कहना है की इतिहास के पन्नो से कुछ मुस्लिम समाज के स्वतंत्रता सेनानीयों के नाम हटा दिए गए है। हालांकि की ओवैसी का दावा गलत भी हो सकता है। इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है।
ओवैसी ने किया दावा
जैसा अधिकतर लोग जानते हैं। ओवैसी एआईएमआईएम के अध्यक्ष है। जो की अक्सर चर्चा में रहते हैं। ओवैसी का मानना है की वो देश में मुस्लिम समाज के साथ अन्याय न होने दें, देश के सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों को उनका सामान्य अधिकार प्राप्त होता रहे।
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जिसके चलते ओवैसी अक्सर विपक्ष के विरूद्ध बोलते हैं। और मुस्लिम समाज के साथ हो रहे अन्याय को लेकर न्याय दिलाने की बात करते रहते हैं। हाल ही में Satya hindi के माध्यम सेओवैसी ने कहा है की दिल्ली के इंडिया गेट पर देश के स्वतंत्रता सेनानीयों के नाम लिखे हुए हैं।
उसमे से देश के मुस्लिम समाज के लोगों की संख्या लगभग 61934 लिखी हुई है। उसके बाद भी कुछ लोग भारत के मुसलमानों को गद्दार कहते है। जो की गलत है। क्योंकि देश की स्वतंत्रता में भारत के मुस्लिम भी शामिल हैं।
ओवैसी के बयान
सांसद में ओवैसी जिस प्रकार से बयान करते हैं। वो अजीबो गरीब हैं। ओवैसी का कहना है की देश में आज ज्यादा तर नेता बड़े स्तर पर थे। जैसे अब्दुल कलाम आजाद, रफी अहमद, जाकिर हुसैन जैसे बहुत बड़े नेता है।
जिनसे आज इतिहास भरा पड़ा है। इन सभी नेताओं ने देश को आगे बढ़ाने के लिए काम किया है और इन्होंने कभी हिंदू और मुसलमान पर राजनीती नहीं किया। उनके काम से आज भी इन्हें जाना जाता है।
और देश आज भी उनका सम्मान करता है। आज देश को मजबूत बनाने के लिए मुस्लिम समाज ने अपना योगदान दिया है।
तो इन सभी लोगों को भूल कर कुछ लोग देश के मुसलमानों को गद्दार कहते हैं। जबकि ये बिकुल गलत है। देश के मुसलमान हमेशा अपने देश से प्यार करते थे और आज भी करते है कल भी करते रहेंगे।