UP Madarsa Survey: नदवा मदरसे में जांच का क्या कारण है? क्या ये यूपी सरकार की कोई सियासत है? जानिए सत्य!
UP Madarsa Survey: देश में आज विकास और रोजगार को छोड़ कर केंद्र और राज्य की सरकारें लगातर सियासत के चलते एक मुख्य समाज के पीछे लगा हुआ है। आज देश में जिस तरह से धर्म व जाति के नाम पर जिस प्रकार से भेदभाव बढ़ रहा हैं।
उससे देश के विकास का पहिया रुक सकता है। जिस प्रकार से यूपी सरकार के आदेशानुसार यूपी के मदरसों की जांच के आदेश हुए है। उससे राज्य में काफी उथल पुथल मच गई है।
हाल ही में लखनऊ में स्थित सुन्नी समाज के जाने माने और सबसे बड़े मदरसा नदवा में यूपी सरकार द्वारा दिए गए आदेश से सर्वे करने पहुंचे।
इस में एसडीएम, बीएसए, डीएमओ जैसे सभी बड़े अधिकारी मौजूद थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को ही मदरसा बोर्ड की एक बैठक की थी।
जिसमे ये निर्णय लिया गया था की राज्य के किस किस मदरसे की जांच होंगी। लेकिन निर्णय को लेने से पहले ही लखनऊ में स्थित नदवा मदरसा में टीम जांच करने पहुंच गई थी।
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हालंकि अधिकारियों ने कोई खास बयान भी नहीं दिया गया है। हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपना लक्ष्य बता दिया है। इस के बाद अब हिंदू और मुसलमान को लेकर विवाद चलता रहेगा।
नदवा मदरसा से जुड़े लोगों ने किया यूपी सरकार द्वारा चलाए गए सर्वे का विरोध
हाल ही यूपी सरकार में मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ शिकायतों को मद्दे नज़र रखते हुए एक बैठक में सभी मदरसों की जांच के आदेश दिए जिसके बाद से अब यूपी के UP Madarsa Survey एजेंसी जांच कर रहे हैं।
जिसमे सबसे पहले लखनऊ के जाने माने नदवा कॉलेज से शुरू हुई। नदवा एक मदरसा की तरह है जहां पर बहुत से मुस्लिम समाज के बच्चे पढ़ाई करने आते हैं। यूपी सरकार के सर्वे के आदेश के अनुसार नदवा मदरसा में रहने और पढ़ने वाले बच्चों और लोगों का मानना है की यूपी सरकार की मदरसों पर नज़र सही नहीं है।
मदरसों के लोगो का कहना है की मदरसों में सरकार को दीनी तालीम के साथ साथ आधुनिक शिक्षा भी प्रदान करें जिससे देश और राज्य तरक्की करे।
लेकिन अगर ये सियासत और राजतनीति हैं तो ये बिलकुल गलत है। सीएम योगी के इस फैसले के चलते मुस्लिम समाज के लोग इस बात का विरोध कर इसे राजनीति बता रहे हैं। नदवा के प्रिंसिपल का दारुल उलूम देवबंद के प्रिंसिपल और जमात-ए-उलेमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी का कहना है।
यदि सरकार का मकसद सिर्फ सर्वे है तो ठीक है लेकिन इससे नफरत फैलाना चाहते हैं तो ये बिलकुल सही नहीं है। मौलाना अरशद मदनी ने ट्वीट कर बताया है की मदरसा केवल अपने धर्म का ही ज्ञान प्रदान करता है।
UP Madarsa Survey कोई राजनितिक मुद्दा तो नही
यूपी सरकार के फैसले को लेकर यूपी के मुस्लिम समुदाय के लोग मदरसों की जांच के आदेश की कड़ी निंदा कर रहे है। मुस्लिम समाज के लोग अक्सर इस तरह के मुद्दों का विरोध करते आए हैं।
जिसके बाद अब मदरसा जांच का मुद्दा सामने आया है। जिसके चलते अब सभी मुस्लिम समुदाय के लोग UP Madarsa Survey को राजनीति बता रहे हैं। और उनका कहना है की इसकी पहल असम से हुई है।
वहां सीएम ने बताया की कुछ मदरसे गलत लोगों से मिल कर देश की जनता के लिए मुश्किल बन सकते हैं। इसी के चलते कई राज्यों में मदरसे की जांच शुरू की गई है। और कुछ अवैध मदरसे गिराए भी गए है।