शिवसेना नेता संजय रावत के घर क्यों पहुंच गई! ED
संजय रावत ने कहा जैसा कि आप जानते ही है की देश में इस समय क्या माहौल चल रहा है। सत्ता में बैठे हैं तो भी ED, सत्ता मे नही है तो भी ED देश में भाजपा की सरकार है। अब सवाल ये है कि ये राजनीति है या फिर कुछ और देश में इस समय सभी राज्य सही रूप से सरकार चला रहे हैं।
पर फिलहाल इस समय कुछ इस तरह के मामले सामने आए हैं। जिनके चलते आप ED का नाम अधिक सुन रहे हैं। हाल ही बंगाल में ममता बनर्जी जहां की मुख्यमंत्री हैं।
वहां पर उनके विधायक के करीबी के घर से करोड़ों रुपए का कैश बरामद हुआ, जिसके चलते ED ने छापे मारकर सारा काला धन जप्त कर लिया। वहीं अब अगर बात करें कांग्रेस पार्टी की तो ED ने उन्हें भी न छोड़ा की कांग्रेस एक मात्र राष्ट्रिय पार्टी है,
जो केवल केंद्र में सरकार बनाने में सक्षम है वहीं ED ने अब कांग्रेस की सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशाना लगाते हुए उनसे सवाल जवाब पूछा है। ऐसे में विपक्षी दलों का कहना है की ये ED सत्ता में बैठी हुई मोदी सरकार के इशारों पर कार्य कर रही है।
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पहले राहुल गांधी फिर सोनियां गांधी उसके बाद बंगाल सरकार के विधायक अब हाल ही में मुंबई में गिरी ठाकरे की सरकार के संजय रावत पर ED का निशाना है। संजय शिव सेना के एक मजबूत साथी हैं। जो हमेशा से ही विपक्ष में बैठी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए आए हैं। अब इनके घर पर भी ED ने प्रवेश कर लिया है।
शिवसेना के संजय रावत के घर पहुंच गई ED
महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार गिरने के बाद संजय रावत काफी प्रसिद्ध हो गए थे, और बीजेपी पर तंज पर तंज निरंतर कर ही रहे थे। बता दें कि अब ED ने शिवसेना के नेता संजय रावत को भी निशाने पर ले लिया है। जिसके बाद संजय रावत की मुसीबतें कुछ बढ़ सी गई हैं।
ED ने पटरा चाल भूमि घोटाले में ED ने नोटिस भेजा था पर संजय रावत ED के बुलावे पर नही पहुंचे तो अब ED संजय रावत के घर पर ही पहुंच गई हैं। बता दें कि ED एक बार पहले भी संजय रावत से काफी देर पूछ ताछ कर चुकी है, संजय रावत ने अपने बयान में पहले भी कहा था , कि ये विपक्ष की चाल है पर मैं ED से डरने वाला नहीं हूं।
पटरा चाल के मामले पर ED की जांच
पटरा चाल पर ED का कहना है की लगभग 672 परिवारों के पुनर्वास करने के लिए महादा और गुरु आशीष कंपनी के बीच डील हुई थी।
कंपनी का आरोप है की महादा को गुमराह कर 901 करोड़ रुपए जमा किए थे। और मिडोज नाम का एक नया प्रोजेक्ट लाकर 138 करोड़ रुपए फ्लैट बुकिंग के नाम से वसूले थे। और 1039 करोड़ रुपए बनाए और असली किरायेदार को मकान नहीं दिया है