झांसी में दिनदहाड़े वकील के मुंशी फजल अहमद की गोली मारकर हत्या
झांसी शहर में अभी कमलेश हत्या का खुलासा भी नहीं हो पाया इससे पहले एक और गोली कांड हो गया । झांसी में दिनदहाड़े वकील के मुंशी फजल अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मुंशी शनिवार सुबह बाइक से कोर्ट जा रहा था। तभी डॉ. राजेंद्र प्रसाद कन्या इंटर कॉलेज के पास पीछा करते हुए बाइक से दो बदमाश आए।
मोड़ पर चलती बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने तमंचा से फजल पर दो फायर किए। एक गोली उसके पेट में आरपार हो गई। बदमाश बिना नंबर की बाइक पर सवार थे। एक बदमाश ने हेलमेट और दूसरे ने मुंह पर गमछा बांध रखा था। गोली लगने से घायल फजल अहमद छोटे भाई नजर को फोन किया।
20 दिन पहले भी फजल पर गोली चलाई गई थी
वह मौके पर पहुंचा तो बताया कि कल्ला उर्फ कालीचरण ने गोली मारी है। भाई उसे मेडिकल कॉलेज में ले गए। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है। मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। करीब 20 दिन पहले फजल पर गोली चलाई गई थी। लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया
दैनिक भास्कर की माने तो दतिया गेट बाहर के एवन कॉलोनी निवासी फजल अहमद (38) पुत्र जमील अहमद कचहरी में एक वकील के पास मुंशी था। उसकी बीएचईएल आरामशीन निवासी एक महिला से ताल्लुकात थे। दोनों करीब 6 साल तक साथ रहे। महिला ने फजल के खिलाफ जबरन रेप और धर्म परिवर्तन कराने का केस दर्ज कराया था।
पुलिस ने फजल को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। 7 माह जेल में रहने के बाद फजल की नवंबर 2021 में हाईकोर्ट से जमानत हुई थी । छोटे भाई नजर ने बताया कि महिला के पहले पति के दो बच्चे हैं। इसके बाद वह फजल के साथ रही। अब वह बबीना के कालीचरण के साथ रह रही थी। फजल और महिला के नाम दो प्लाट और एक मकान है। इसी प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है।
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छोटे भाई नजर ने बताया कि करीब 20 दिन पहले हंसारी क्रॉसिंग पर फजल अहमद पर गोली चलाई गई थी। दो गोली चलाई थी, इसमें फजल बच गया था। पुलिस को शिकायत दी। बीएचईएल चौकी और सदर थाना पुलिस के फजल ने चक्कर काटे, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। शुक्रवार को फजल ने कोर्ट में इस्तगासा दायर किया था। फजल का निकाह करीब दस साल पहले शबाना से हुआ था। 6 साल का एक बेटा अजवान है।
नजर ने बताया कि उसने कालीचरण, महिला और एक वकील के खिलाफ कोतवाली थाना तहरीर दी है। आरोप है कि रेप केस में वकील अब तक चार लाख रुपए ले चुका था। समझौता के लिए दस लाख रुपए मांगे जा रहे थे। फजल के पिता जलील अहमद सिंचाई विभाग में ड्राफ्ट मैन के पद पर कार्यरत थे।
उनकी मौत के बाद छोटे भाई को नौकरी मिल गई। तीन भाइयों में फजल दूसरे नंबर का था। उससे छोटी एक बहन है। अब देखना ये होगा की पुलिस प्रशासन कितनी तत्परता से कार्यवाही करती है